प्रमुख संस्थान:
राष्ट्रीय समुद्र विज्ञान केंद्र - ग्रेट ब्रिटेन और उत्तरी आयरलैंड (यूके) का यूनाइटेड किंगडम
महासागर भारी मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड संग्रहीत करता है जो अन्यथा वायुमंडल में होगा। समुद्री जीव एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, लेकिन उभरते सबूत इंगित करते हैं कि जलवायु मॉडल उनके प्रभाव के लिए पूरी तरह से लेखांकन नहीं कर रहे हैं। यह कार्यक्रम समुद्री जीवन की भूमिका की नई समझ प्रदान करेगा जो भविष्य के महासागर कार्बन भंडारण की मजबूत भविष्यवाणियां करने के लिए आवश्यक है।
ऐसा करने के लिए BIO-Carbon 3 प्रमुख चुनौतियों का समाधान करेगा:
- चुनौती 1: समुद्री जीवन सीओ 2 को अवशोषित करने के लिए समुद्री जल की क्षमता को कैसे प्रभावित करता है, और यह कैसे बदल जाएगा?
- चुनौती 2: जिस दर पर समुद्री जीवन विघटित CO2 को कार्बनिक कार्बन परिवर्तन में परिवर्तित करता है, वह कैसे होगा?
- चुनौती 3: समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र द्वारा श्वसन में जलवायु परिवर्तन-प्रेरित बदलाव कार्बन के भविष्य के महासागर भंडारण को कैसे प्रभावित करेंगे?
इस परियोजना की मेजबानी ट्वाइलाइट ज़ोन महासागर नेटवर्क (जेटज़ोन) के महासागर दशक कार्यक्रम संयुक्त अन्वेषण द्वारा की गई है।
प्रारंभ तिथि: 04/01/2022
अंतिम तिथि: 31/12/2026
लीड संपर्क: एड्रियन मार्टिन (adrian.martin@noc.ac.uk)